नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप सब ? आप सब जानते ही हो
तीसरा हप्ते में हम बात करते हे अंडरवर्ल्ड के उस खतरनाक और दर्दभरे आंतक और उसके
सामने लड़नेवाले जांबाजो की| लास्ट टाइम हमने देखा था की किस तरह बम्बई में आंतक का दर्द
बढ़ रहा था और उस गुनाह की दुनिया में तेजी से बढ़ रहा था वही पे ठाकुर को ख़त्म कर
दिए था और रघुवंशी अपनी मंजिल की और आगे बढ़ रहा था |
यहाँ पे रघुवंशी ने एक को ख़त्म कर दिया था वही पे दूसरी जगह
बम्बई में आंतक का बाप तैयार हो रहा था और दूसरे दो लोग इस जुर्म की दुनिया में
पाँव रख चुके थे | बम्बई का बच्चा अब अंडरवर्ल्ड की सिडिया नहीं बल्कि लिफ्ट
चढ़ रहा था | हर रोज किसीको लूटना , किसीको मारना , किसीको किडनेप या फिर किसी लड़की का रेप यह उनका पेशा हो गया था | हर रात उसके लिए किसी की चीखे सुन्ना आदत सी हो गई थी | बम्बई की सड़को पे जहा सिर्फ डर का आंतक था वही पे अब मौत का नंगा नाच शुरू हो
गया था | पुलिस भी ना काम थी अगर कोई पुलिस गलती से भी इनके खिलाफ
खड़ा होता था तो दूसरे ही सुबह भीमंडी के नाले में उसकी लाश मिलती थी | मस्तान भाई की नजरो में ये ज्यादा ही छ गया था और अब उसे मिलने की देरी थी | अगले ही दिन उन दोनों की मीटिंग फिक्स हुई |
मीटिंग में मस्तान भाई ने कहा काम गलत कर रहा हे | काम चालू रख पर तरीका बदल दे | मेरे साथ खड़ा होने के लिए मेरा तरीका मांगता है न की तेरा |
अगर बुखार हो और डाक्टर ही मिठाई दे दे तो फिर क्या जिस दिन की सालो से राह
देखता था वही काम करने के लिए मस्तान ने आज उसे कहा , मस्तान के साथ काम
करने का ये मौका वो गवाना नहीं चाहता था और उसने एक ही पल में उसे है कह दिए |
अब देखना यह था की क्या वो सुधरेगा या फिर कोई और मोत की
राहो में चलेगा |यह सब अगले हफ्ते |
अगले हफ्तेतक आप
लोगो का प्यार ऐसे ही मुझपे रखिये और आप का कोई सजेशन और कमेंट हो तो मुझे मेरे
सोश्यल मिडिया पे मुझे दे शकते हो मेरी सॉयल मिडिया प्रोफाइल की लिंक्स निचे दी हे
| अंत में आप सभी का दिल से शुक्रिया और साथ ही साथ मेरे सोशयल मिडिया पार्टनर्स
का भी दिल से धन्यवाद् क्योकि उनलोगो के बिना ना में ये सब लिख पाता |
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