फ्यू डिकेड्स ऑफ़ अंडरवर्ल्ड - भाग -१२ - १७ जनवरी २०२१

 
 
नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप सब ? आप सब जानते ही हो तीसरा हप्ते में हम बात करते हे अंडरवर्ल्ड के उस खतरनाक और दर्दभरे आंतक और उसके सामने लड़नेवाले जांबाजो की और आज बहुत ही खास बात की यह अंडरवर्ल्ड पे जो कहानी हमने शुरू की थी आज उसे एक साल पूरा हो गया हे और इसी एक साल में आप लोगो के जो प्रतिभाव मिले उसके लिए में आपका तहे दिल से धन्यवाद करता हु |

लास्ट टाइम हमने देखा की रघुवंशी ने उस ठाकुर के साथ मीटिंग करने का सोचा था | आखिर उसके मनमे ऐसा क्या चल रहा था की वो मीटिंग करने के लिए ठाकुर से मिलने गया था | शुक्रवार के सुबह १० बजे के करीबन वो ठाकुर के घर पे पंहुचा और वह ठाकुर की पूरी फौज खड़ी थी पर ठाकुर ने उसे वेलकम करते अंदर ले गया और बोलै बताइये आप की क्या खातिरदारी क्र सकते हे एक पल के लिए रघुवंशी को लगा की यह ठाकुर को सच में नहीं पता की में उसके खिलाफ सबूत ढूंढ रहा हु या फिर ये उसकी कोई चल हे? पर रघुवंशी ने धीरे धीरे करके अपना काम शुरू कर दिए और बोलै ठाकुर साब यह किसी बात कर रहे हो आप हमारे लिए क्यों तकलीफ ले रहे हो और भला यहाँ में आपकी तकलीफ दूर करने आया हु आप तो जानते ही हो की पुलिस की नौकरी में तन्खा कम और मजदूरी ज्यादा उपरसे यहाँ आपका राज तो कोई गैरकानूनी काम भी नहीं आप सबके देवता जो हो बस मुझे आपका भक्त ही समजे और मेरे लिए आपके लायक कोई सेवा हो तो बताओ इसलिए ही आज शांति से मिलने आया वो क्या है न हर शुक्रवार को में भगवन से मिलने जरूर जाता हु पर आज तक दो पल का चैन नहीं मिला तो सोचा आज भगवन को बदल के देख लू शायद मेरा भी करिश्मा बदल जाये और इसी तरह उसने ठाकुर से हसी मजाक करके अपना काम निकलवा दिया |

अब ठाकुर भी यही सोच रहा था की रघुवंशी अब उसका आदमी है और धीरे धीरे उसने बहार से आने वाले काम शुरू कर दिए और रघुवंशी को उनमे से 10% का हफ्ता भी दिया | इस १०% का रघुवंशी ने क्या किया वो तो बाद में पता चलेगा पर इस वख्त ठाकुर को यही लग रहा था की वो यहाँ का बादशाह हे और ये रघुवंशी यहाँ का कुत्ता जिसे एक रोटी का टुकड़ा देदो और वो काम करदेगा |

वही मुंबई में पैदा हुवा शैतान धीरे धीरे करके अपनी हैवानियत दिखा रहा था | चोरी , डाका डालना , और मर्डर उसके रोज का पेशा बन गया था धीरे धीरे करके वो अब्दुल के हर साथी से मिल रहा था और अपनी गेंग बना रहा था अब वो अब्दुल से भी ऊपर होने का सोच रहा था और उसका आखिर मंज़िल पुरे बम्बई और साथ साथ पुरे इंडिया पे राज करने का था | हर गैरकानूनी काम में उसका बढ़ता नाम और उसकी तेजी अंडरवर्ल्ड में उसे आगे ले जा रही थी | इसी दौरान चीन से एक जहाज आया जो की मस्तान भाई का था अब उस जहाज में क्या ऐसा था और उसका क्या हुवा वो हम देखेंगे अगले हफ्ते  तक आप लोगो का प्यार ऐसे ही मुझपे रखिये और आप का कोई सजेशन और कमेंट हो तो मुझे मेरे सोश्यल मिडिया पे मुझे दे शकते हो मेरी सॉयल मिडिया प्रोफाइल की लिंक्स निचे दी हे | अंत में आप सभी का दिल से शुक्रिया और साथ ही साथ मेरे सोशयल मिडिया पार्टनर्स का भी दिल से धन्यवाद् क्योकि उनलोगो के बिना ना में ये सब लिख पाता |
 

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