फ्यू डिकेड्स ऑफ़ अंडरवर्ल्ड - भाग -७ - १९ जुलाई २०२०



नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप सब ? आप सब जानते ही हो की आज तीसरा हप्ता जुलाई का और आज बात करेंगे अंडरवर्ल्ड के उस खतरनाक और दर्दभरे आंतक और उसके सामने लड़नेवाले जांबाजो की | तो आइये ज़्यादा टाइम न लेते शुरू करते हे| लास्ट टाइम हमने देखा था की बम्बई की सड़को पे खौफ और दर्द के साथ साथ नंगा नाच बढ़ते जा रहा था और यहाँ रघुवंशी जो पुलिस में ज्वाइन हो गया था और अपना  फर्ज निभा रहा था | दो नकली लोग जो की रजिस्टर में साइन करने आये थे उन्हें एक ही झटके में पहचान लिए और शेखर को ४ घंटे के अंदर हाजिर होने का कहा और उनका ये रोफ् देखके वो नकली दो लोग भी भाग निकले और सीधा उनलोगो ने शेखर को कॉल किया की शेखर भाई ऐसा हुवा हे और वो आप को बुला रहा हे पहले तो शेखर ने उसे आने से मना कर दिया लेकिन फिर पूरी बात सुनने के बाद उसका दिमाग हिल गया और वो गुस्से में आ गया क्योकि जिसके नाम से ही बड़े से बड़े नेता , मिनिस्टर उसका काम कर देते थे उसे एक छोटे से थाने के एक अफसर ने बुलाया था और वो गुस्से में ही अपनी पूरी फौज लेके निकला उस टाइम अम्बेसडर का जमाना था तो उसके काफी नेता भी थे और वो सब करीब ३०-३५ अम्बेसडर में लोग निकले और २ घंटे में वो सब थाने पे पहोच गए लेकिन यहाँ पे वो रघुवंशी राउंड पे गया था तो वो हाजिर नहीं था लेकिन अभी शेखर उसे ठीक करने आया था तो सीधा अंदर जा के कॉन्स्टेबल को बोलै कहा हे कहा हे वो दो कोड़ी का अफसर शेखर इस हियर उसने कहा की सर राउंड पे गए हे तो कॉन्स्टेबल को उसने कहा बुला उसे और बोल उसे की उसका बाप शेखर आया हे वही पे यहाँ गांव वाले को भी पता चल गया था की कुछ न कुछ लफड़ा हे तो वो लोग भी एक हो गए थे और गांव में काम करते समय डंडा , खेत के साधन सब ले के वो लोग भी निकल पड़े | यहाँ पे वो रघुवंशी थाने पे पहोचा तभी वो नकली लोग में से एक ने कहा यही हे वो रघुवंशी और दूसरी और कॉन्स्टेबल ने उसे कहा की शेखर | यह सुनते ही रघुवंशी ने कहा तो कोई फिल्म स्टार हे क्या जो इतनी भीड़ हे क्रिमिनल हे साइन करने आया हे यह सुनते ही शेखर फिर गुस्सा हो गया और रघुवंशी के पीछे पीछे थाने में गया और बोला ऐ तू जानता नहीं की में कोण हु , मेरा पावर क्या हे तुजे तो में ......
इतना बोलते ही रघुवंशी ने कहा अबे चुप जानता हु कोण हे तू मर्डरर हे और पावर भी देख ली ४ घंटे का बोला था २ घंटे में ही कुत्ते की तरह दौड़ता आ गया चल आइडि दिखा
शेखर : अरे बाबा लगता हे तेरा दिमाग नहीं हे रे
तभी गांव वाले सब एक साथ थाने में आये और बोले रघुवंशी भैया बताओ कोई लफड़ा पावड़ा , कुंडली , डंडा सब लेके आये हे
आप बोले तो यही इसको ठीक कर दे
रघुवंशी : अरे आप सब लोग बहार जाव यह मामूली गुंडा हे
बस यह बात शेखर को चुभ गई और बोलै मामूली किसे बोला
शेखर : तेरी जितनी सेलेरी हे उतना में एक दिन में पेट्रोल डलवाता हु |
मेरे एक आवाज पे तुजे सस्पेंड करवा सकता हु अभी के अभी
मेरे साथ जो आदमी हे वो तुजे जिन्दा ही लाश बना देंगे अभी के अभी
तेरा पुलिस स्टेशन कम और श्मशान ज्यादा लगेगा अभी के अभी |

इतना सुनते ही गांव वालो का दिमाग हिल गया और उसने बहार जितनी भी गाड़िया थी उसके शीशे तोड़ दिए और तोड़फोड़ शुरू कर दी और आवाज से शेखर और रघुवंशी के साथ सब लोग बहार आये

रघुवंशी : ऐ राजू क्या कर रहा हे
राजू : भैया ये आया तो जिन्दा हे लेकिन यहाँ से इसकी लाश ही जाएँगी
रघुवंशी : आप सब शांत हो जाओ
अब वो शेखर को देख के बोलै देखा तेरी एक आवाज पे मेरे लोगो ने क्या किया
अगर तूने मुझे छुआ भी तो ये लोग तुजे जिन्दा नहीं छोड़ेंगे अभी के अभी
में यहाँ का शेखर हु
दरबार(कॉन्स्टेबल) रजिस्टर लाओ और फिर उसका अंगूठा को पकड़ कर ठप्पा लगता हे

शेखर एक पल के लिए चकित हो जाता हे की क्या हुवा ये सब मेरी पावर की बेंड ही बजा दि
एक मंत्री ने कहा भाई अभी निकलते हे बाद में देख लेंगे

रघुवंशी : अगले हर महीने चुपचाप यहाँ आके ठप्पा लगा देना वर्ना ....

उस टाइम तो शेखर निकल गया लेकिन उसे पैदल ही जाना पड़ा और बहोत गुस्से में था जैसे तैसे वो अपने घर पहुंच तो गया लेकिन उसका गुस्सा अभी शांत नहीं था उसने फ़ौरन ही मीटिंग बुलाई और इस रघुवंशी की पूरी कुंडली निकली

रघुवंशी ने आग तो लगाई थी पर ये आग जंगल में लगी थी तो जंगल तो जलना ही था वो भी जानता था की शेखर शांत नहीं बैठेगा लेकिन वो फिर भी शांत बैठा था


आप लोग सोच रहे होंगे की ये फिल्मी सिन हो गया पर अभी तो असली कहानी शुरू हुई हे आगे देखिये एक अलग ट्विस्ट  अगले हफ्ते तब तक घर पे रहिये और सुरक्षित रहे और प्राथना करे की जल्द ही यह संकट भी दूर हो जाये और हम सब सलामत रहे  कहानी ऐसे ही आगे चलती रहेगी लेकिन फ़िलहाल इतना ही | आगे की कहानी अगले हप्ते तब तक गुडबाय |अगले महीने तब तक आप लोगो का प्यार ऐसे ही मुझपे रखिये और आप का कोई सजेशन और कमेंट हो तो मुझे मेरे सोश्यल मिडिया पे मुझे दे शकते हो मेरी सॉयल मिडिया प्रोफाइल की लिंक्स निचे दी हे | अंत में आप सभी का दिल से शुक्रिया और साथ ही साथ मेरे सोशयल मिडिया पार्टनर्स का भी दिल से धन्यवाद् क्योकि उनलोगो के बिना ना में ये सब लिख पाता |

टवीटर :    https://twitter.com/ManthanVThakkar

Comments