फ्यू डिकेड्स ऑफ़ अंडरवर्ल्ड - भाग -५ - १७ मई २०२०
नमस्कार
दोस्तों कैसे हो आप सब
? आप सब जानते ही
हो की आज तीसरा
हप्ता अप्रैल का और आज
बात करेंगे अंडरवर्ल्ड के उस खतरनाक
और दर्दभरे आंतक और उसके सामने
लड़नेवाले जांबाजो की | तो आइये ज़्यादा
टाइम न लेते शुरू
करते हे| लास्ट टाइम हमने देखा था की बम्बई
की सड़को पे खौफ और
दर्द के साथ साथ
नंगा नाच शुरू हो चूका था
वही पे गुजरात पे
रघुवंशी का वो मर्द
आई.पी.एस की
तयारी में लग गया था|
एक साइड पे बम्बई अंडरवर्ल्ड
का होम ग्राउंड बनते जा रहा था
और उसकी असर पुरे इंडिया पे बढ़ती जा
रही थी सब में
अंडरवर्ल्ड का खौफ बढ़ते
जा रहा था और हर
जगह लोग मर मर के
जी रहे थे वही पे
अहमदाबाद में वटवा के पुलिस ठाणे
पे वो रघुवंशी ज्वाइन
हो रहा था कुछ महीनो
में ही वो ज्वाइन
होने जा रहा था
बस लास्ट एक्ज़ाम क्लियर करने की देर थी
और साथ ही साथ परिवार
के साथ कुछ समय बिताने का मौका भी
था | वो लास्ट एक्ज़ाम
ख़त्म करने के बाद दूसरे
ही दिन अपने परिवार के पास जाने
के लिए और दोस्तों के
मिलने की मन में
रह ले के चल
निकला लेकिन जिसका जन्म ही परोपकार और
जुर्म ख़त्म करने के लिए हुवा
हो और जो उस
रस्ते की सीढ़ियों का
प्रथम पगथिया पर भी हो
तो वो इतनी आसानी
से कैसे जा सकता था
| वो ट्रैन में बैठा था उसी वख्त
पे वह पे कुछ
लड़किया आई और उसको
उसकी सीट से उठाने लगी
अब ये बन्दा विनम्रता
से उठ गया और
लड़कियों से कहा की
वो उसकी सीट हे लेकिन लड़कियों
की बदमाशी से वो बिचारा
आसानी से उठकर दूसरी
जगह बेठ गया और उसी दौरान
वहा पे बैठे कुछ
लड़को ने और वडिलो
ने उसका मजाक भी किया पर
वो दिल से उन लोगो
की गलती को माफ़ करके
बैठा रहा पर ५ मिनिट
में ही वहा पे
कुछ गुंडों ने एंट्री मारी
और वो लड़कियों की
मजाक करने लगा पर ये अभी
भी शांति से बैठा और
ये देखा की कोई उन
गुंडों से बचाये लेकिन
जब सर से पानी
चढ़ने लगा और किसी ने
मदद नहीं की तो वो
अपनी जगह से उठा और
जो लड़को ने कुछ देर
पहले उसका मजाक किया था उसको खींच
के एक थप्पड़ मारा
और उन वडिलो को
भी प्रणाम करके बोला की अब देख
लो देश का भविष्य , अब
ये बदतमीज़ी से बचाओ क्यों
शांत बैठे हो तभी उन
गुंडों में से एक ने
कहा इ हीरो ज्यादा
शानपट्टी नहीं तू जनता नहीं
हम कौन हे , हमारे बाप कौन हे चुपचाप बैठ
जा वरना तुजे बहुत महंगा पड़ेगा लेकिन यहाँ पे इसका दिमाग
हिल गया था वो बोला
कोई बात नहीं वैसे भी मुझे सस्ती
चीजे पसंद नहीं और है तेरे
डायलॉग बोलने तक का ही
में वेइट कर रहा था
और इतना बोलते ही सीधा उसे
एक ही जटके में
गिरा दिया ये देख के
दूसरे दो गुंडे आगे
आये और हॉकी से
इस पर वार करने
गए लेकिन उसने इन दोनों को
भी मार गिराया और बाकि के
सारे गुंडे ने इस पर
एक साथ वार किया तो इसने उन
सभीको भी एक एक
करके गिरा दिया और अब बाकि
के पैसेंजर में भी हिम्मत आ
गई और सब को
देख के ये गुंडे
भी भाग गए और उन
लड़कियों और बाकि सब
ने उसका शुक्रिया किया और अब वो
अपनी मंजिल के पास था
और स्टेशन पे उसका परिवार
और सारे दोस्त उसे लेने आये थे और वो
खुशिओ से अपने घर
पे गया दूसरी जगह बम्बई पे उसका आंतक
बढ़ते जा रहा था
और लोगो में अब्दुल से ज्यादा उसका
खौफ बढ़ते गया |अब आगे क्या
होता हे वो हम
अगले हप्ते देखेंगे तब तक आप
सभी कोरोना के बढ़ते प्रभाव
के सामने घर में रहे
और सुरक्षित रहे और प्राथना करे
की जल्द ही यह संकट
भी दूर हो जाये और
हम सब सलामत रहे कहानी
ऐसे ही आगे चलती
रहेगी लेकिन फ़िलहाल इतना ही | आगे की कहानी अगले
हप्ते तब तक गुडबाय
|अगले महीने तब तक आप
लोगो का प्यार ऐसे
ही मुझपे रखिये और आप का
कोई सजेशन और कमेंट हो
तो मुझे मेरे सोश्यल मिडिया पे मुझे दे
शकते हो मेरी सॉयल
मिडिया प्रोफाइल की लिंक्स निचे
दी हे | अंत में आप सभी का
दिल से शुक्रिया और
साथ ही साथ मेरे
सोशयल मिडिया पार्टनर्स का भी दिल
से धन्यवाद् क्योकि उनलोगो के बिना ना
में ये सब लिख
पाता |
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